शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले सावधान! एक्सपर्ट्स ने बताया मार्केट में 10% और आएगी गिरावट

By Apoorva Sharma
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शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले सावधान! एक्सपर्ट्स ने बताया मार्केट में 10% और आएगी गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट के बीच निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि यह मंदी कब थमेगी। ताजा रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों के अनुमान इस स्थिति को और गंभीर बना रहे हैं। मनी कंट्रोल के मार्केट पोल (Expert Poll on Share Market) में यह खुलासा हुआ है कि सेंसेक्स और निफ्टी मौजूदा स्तर से 10 फीसदी और गिर सकते हैं।

एक्सपर्ट पोल के नतीजे

इस पोल में 60 प्रतिशत से अधिक मार्केट एक्सपर्ट्स ने भविष्यवाणी की है कि बाजार बॉटम बनाने से पहले मौजूदा स्तर से 10 प्रतिशत और गिर सकता है। वहीं, 28 फीसदी विशेषज्ञों ने कहा कि यह गिरावट 10 से 20 प्रतिशत तक भी जा सकती है। केवल 9 प्रतिशत एक्सपर्ट्स का मानना है कि बाजार ने अपना निचला स्तर पहले ही छू लिया है।

पिछले तीन महीनों में, सेंसेक्स और निफ्टी अपने रिकॉर्ड हाई से 12 प्रतिशत से ज्यादा टूट चुके हैं। उदाहरण के लिए, निफ्टी50 का सर्वकालिक उच्च स्तर 26277 था, जो 27 सितंबर को देखा गया था, लेकिन अब यह 23000 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

संभावित कारण और चुनौतियां

विशेषज्ञों के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार की यह स्थिति कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारणों से प्रभावित हो रही है।

1. डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों का असर

3P इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के प्रशांत जैन का कहना है कि बड़े निवेशक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों पर नजर गड़ाए हुए हैं। उनके द्वारा टैरिफ, टैक्स और डीरेग्यूलेशन पर लिए गए फैसले बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

2. बजट और आरबीआई पॉलिसी पर निर्भरता

फिस्डोम के रिसर्च हेड नीरव करकेरा ने कहा कि आगामी केंद्रीय बजट और आरबीआई की नीतियों से ही बाजार की दिशा तय होगी। महंगाई के आंकड़े और घरेलू नीतिगत फैसले भी इस मंदी को गहराने या संभालने में अहम भूमिका निभाएंगे।

3. घरेलू उपभोग मांग और कंपनियों की कमाई में कमी

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपने FY25 आउटलुक में कहा है कि बाजार को घरेलू उपभोग मांग में कमी और कंपनियों की कमाई के कम होने जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

विशेषज्ञों की क्या है राय?

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा स्थिति में निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए। बाजार के बॉटम तक पहुंचने का अनुमान लगाने की कोशिश में जल्दबाजी न करें। बड़े फैसले लेने से पहले बाजार के स्थिर होने का इंतजार करें।

लंबी अवधि के निवेश पर जोर

विशेषज्ञ यह भी सुझाव देते हैं कि अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो यह समय सही कंपनियों में निवेश के लिए शोध करने का है। गिरावट के इस दौर में मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों के शेयर खरीदने से भविष्य में अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना है।

बाजार के भविष्य को लेकर चिंताएं और संभावनाएं

भारतीय शेयर बाजार के सामने मौजूदा चुनौतियां अल्पकालिक हो सकती हैं, लेकिन इनका प्रभाव निवेशकों के निर्णयों पर गहरा है। विशेषज्ञों का मानना है कि बजट और आरबीआई की नीतियों के बाद बाजार स्थिरता की ओर बढ़ सकता है। हालांकि, जब तक वैश्विक और घरेलू आर्थिक कारक स्थिर नहीं होते, तब तक बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है।

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