
18 दिसंबर को मोबिक्विक ने स्टॉक मार्केट में एंट्री की और निवेशकों को शानदार लिस्टिंग गेन दिया। आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को पहले ही दिन 57% का गेन मिला। कंपनी के शेयर 279 रुपये के अपर प्राइस बैंड के मुकाबले 440 रुपये पर सूचीबद्ध हुए। इसके बाद, 20% अपर सर्किट हिट करते हुए यह 528 रुपये तक पहुंच गया। कुछ समय की तेजी के बाद यह 698 रुपये के ऑल-टाइम हाई पर पहुंचा।
हालांकि, अब यह शेयर 433 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, जो अपने उच्चतम स्तर से करीब 60% नीचे है। यही नहीं, यह अपने लिस्टिंग प्राइस से भी कम हो चुका है।
सितंबर तिमाही में कंपनी को भारी घाटा
मोबिक्विक ने 7 जनवरी को सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए। नतीजे उम्मीदों के विपरीत रहे, जिससे शेयर में गिरावट आई। कंपनी को सितंबर तिमाही में 3.6 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी ने 5.3 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
ऑपरेशनल रेवेन्यू में हालांकि 43% का इजाफा हुआ और यह Q2FY25 में 291 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो Q2FY24 में 203 करोड़ रुपये था। लेकिन EBITDA साल-दर-साल 37% गिरकर 6.8 करोड़ रुपये रह गया। इसके बावजूद, EBITDA मार्जिन में 290 बेसिस पॉइंट्स की वृद्धि हुई और यह 5.2% पर पहुंच गया।
बाजार की प्रतिक्रिया और गिरावट का दौर
सितंबर तिमाही के नतीजों ने बाजार को निराश किया। 7 जनवरी को मोबिक्विक का शेयर 609 रुपये पर बंद हुआ, जबकि अगले दिन हल्की तेजी के साथ 615 रुपये तक पहुंचा। लेकिन इसके बाद शेयर में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया।
आज की स्थिति में, यह शेयर अपने लिस्टिंग प्राइस डे से भी नीचे आ गया है। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में यह करीब 8% टूट चुका है। अब यह शेयर 182 रुपये की गिरावट के साथ 433 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा है।
पिरामल फाइनेंस के साथ साझेदारी
अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने और बाजार में पकड़ मजबूत करने के लिए मोबिक्विक ने पिरामल फाइनेंस के साथ साझेदारी की है। इस सहयोग के तहत, मोबिक्विक अपने उपयोगकर्ताओं को पर्सनल लोन की सुविधा प्रदान करेगा।
कंपनी के अनुसार, यह पहल उपयोगकर्ताओं को उनकी शिक्षा, चिकित्सा, यात्रा और अन्य व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए सस्ती क्रेडिट सुविधा तक पहुंच प्रदान करेगी। ग्राहक सीधे मोबिक्विक प्लेटफॉर्म से लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
निवेशकों के लिए सिखने योग्य सबक
मोबिक्विक की कहानी आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को कई अहम सबक देती है। शुरुआत में शानदार प्रदर्शन के बावजूद, कंपनी के शेयर अब अपने उच्चतम स्तर से काफी नीचे हैं। यह दर्शाता है कि केवल शुरुआती लिस्टिंग गेन पर निर्भर रहना दीर्घकालिक निवेश रणनीति के लिए पर्याप्त नहीं है।