
पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL) भारत सरकार के स्वामित्व वाली प्रमुख कंपनी है, जो पूरे देश में बिजली पारेषण (ट्रांसमिशन) का कार्य करती है। इसकी स्थापना 23 अक्टूबर 1989 को हुई थी और इसका मुख्यालय गुड़गांव, हरियाणा में स्थित है। PGCIL भारत की सबसे बड़ी विद्युत पारेषण कंपनी है और यह देश के 90% अंतर-राज्यीय एवं अंतर-क्षेत्रीय बिजली ग्रिड का संचालन करती है।
यह कंपनी भारतीय ऊर्जा क्षेत्र का एक मजबूत स्तंभ है, जिसका उद्देश्य पूरे देश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है। सरकारी समर्थन और बेहतरीन वित्तीय प्रदर्शन के चलते, यह निवेशकों के लिए एक स्थिर और सुरक्षित विकल्प बन चुका है।
5 सालों में 150.96% का रिटर्न
अगर पिछले 5 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो पावर ग्रिड ने 150.96% का शानदार रिटर्न दिया है। यानी, अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले ₹1,00,000 निवेश किए होते, तो आज उनकी कीमत ₹2,50,960 हो चुकी होती।
शेयर मूल्य में जबरदस्त उछाल
2019 में इस शेयर का मूल्य ₹98 था, जो फरवरी 2025 तक ₹248.80 तक पहुंच चुका है। यह 144.33% की वृद्धि दर्शाता है।
हालांकि, हाल के महीनों में इसमें कुछ गिरावट भी देखी गई है:
- पिछले 1 महीने में: 12.11% की गिरावट
- पिछले 3 महीने में: 25.21% की गिरावट
- वर्तमान मूल्य (28 फरवरी 2025): ₹248.80
- पिछला बंद मूल्य: ₹256.25
- आज की गिरावट: 2.91%
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी है और आने वाले समय में यह शेयर फिर से ऊपर जा सकता है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
PGCIL की वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है, जिससे यह एक कम जोखिम वाला निवेश माना जाता है।
वित्तीय आँकड़े (फरवरी 2025 तक)
- मार्केट कैपिटलाइजेशन: ₹2,31,678 करोड़
- पी/ई रेशियो: 14.89
- EPS (प्रति शेयर आय): ₹16.71
- डिविडेंड यील्ड: 4.52%
कंपनी नियमित रूप से अपने निवेशकों को डिविडेंड प्रदान करती है, जिससे निवेशकों को हर साल अतिरिक्त कमाई होती है।
क्या PGCIL में निवेश करना सही रहेगा?
PGCIL में निवेश के फायदे
✅ भारत सरकार द्वारा समर्थित कंपनी ✅ बिजली क्षेत्र में स्थिरता और विकास की संभावनाएँ ✅ लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न ✅ नियमित डिविडेंड भुगतान
संभावित चुनौतियाँ
⚠ हाल ही में शेयर में गिरावट दर्ज की गई है ⚠ शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का प्रभाव
अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं और एक सुरक्षित एवं स्थिर निवेश की तलाश में हैं, तो PGCIL आपके पोर्टफोलियो के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि, शॉर्ट टर्म में बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखना जरूरी है।