
एनएसई एसएमई सेगमेंट में काबरा ज्वेल्स (Kabra Jewels) आईपीओ ने धमाकेदार शुरुआत की है। कंपनी की लिस्टिंग 90% के प्रीमियम पर 243.20 रुपये के स्तर पर हुई। इस बेहतरीन लिस्टिंग के बाद, शेयरों में 5% का अपर सर्किट लगने से कीमत 255.35 रुपये तक पहुंच गई। कंपनी के इस आईपीओ का प्राइस बैंड 121-128 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था।
काबरा ज्वेल्स आईपीओ 15 जनवरी को खुला और 17 जनवरी तक निवेशकों के लिए उपलब्ध रहा। इस एसएमई आईपीओ में जबरदस्त मांग देखी गई, जिससे यह निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बन गया।
1000 शेयरों का लॉट
इस आईपीओ का लॉट साइज 1000 शेयरों का रखा गया, जिसके कारण निवेशकों को न्यूनतम 1,28,000 रुपये निवेश करने की आवश्यकता थी। आईपीओ का कुल आकार 40 करोड़ रुपये था, जिसमें 31.25 लाख नए शेयर जारी किए गए।
काबरा ज्वेल्स ने एंकर निवेशकों से भी 14 जनवरी को 10.87 करोड़ रुपये जुटाए। इस आईपीओ में निवेशकों की दिलचस्पी ने इसे एक रिकॉर्ड ब्रेकिंग सफलता बना दिया।
356 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन
काबरा ज्वेल्स आईपीओ को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली। पहले दिन ही इसे 12% से अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। इसके बाद के तीन दिनों में यह संख्या 356 गुना से अधिक तक पहुंच गई।
- रिटेल कैटेगरी: 384.90 गुना सब्सक्रिप्शन
- एनआईआई कैटेगरी: 556.90 गुना
- क्यूआईबी कैटेगरी: 154.53 गुना
निवेशकों की यह दिलचस्पी दिखाती है कि एसएमई सेगमेंट में काबरा ज्वेल्स का आईपीओ एक मील का पत्थर साबित हुआ है।
कंपनी का बिजनेस और मौजूदगी
काबरा ज्वेल्स, रिटेल ज्वेलरी बिजनेस में सक्रिय है। कंपनी गोल्ड, डायमंड और चांदी के ज्वेलरी उत्पाद बनाती है। वर्तमान में कंपनी के कुल 6 शोरूम हैं, जो अहमदाबाद में स्थित हैं।
कंपनी की यह सफलता न केवल उसके मजबूत बिजनेस मॉडल को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि भारतीय ज्वेलरी मार्केट में उसकी जगह कितनी खास है।
आईपीओ की शानदार लिस्टिंग का क्या है मतलब?
काबरा ज्वेल्स की लिस्टिंग ने आईपीओ मार्केट में नया मानदंड स्थापित किया है। 90% प्रीमियम पर लिस्टिंग और शेयरों में 5% अपर सर्किट लगने के बाद, यह उन निवेशकों के लिए बड़ा अवसर साबित हुआ जिन्होंने इसमें पहले दिन ही दांव लगाया।
यह सफलता छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को प्रेरित करती है कि वे भी शेयर बाजार के माध्यम से फंड जुटाने का प्रयास करें।