Hyundai Moter India Share: हाल ही शेयर बाजार में हुंडई मोटर इंडिया कम्पनी का आईपीओ जारी किया गया था जो भारत में चर्चा का विषय बना हुआ था। अब यह बाजार में लिस्ट हो गया है निवेशकों ने इसकी लिस्टिंग को काफी ख़राब बताया। शेयर मंगलवार के दिन बाजार में सूचीबद्ध किए गए। इस दौरान शेयर में काफी गिरावट आई लेकिन आज बुधवार के दिन शेयर फोकस में बने हुए थे। शेयर ने आज 6 प्रतिशत की बढ़त की है। जहां पर इसकी कीमत 1,990 रूपए पर पहुंच गई थी। इसका लो लेवल 1,807 रूपए रहा है।
लेकिन शेयर में अभी भी काफी उथल पुथल है। ब्रोकरेज फर्म ने इसे 2,345 रूपए का टारगेट प्राइस देकर खरीदने की राय दी है। इससे निवेशक काफी उत्साहित हो गए हैं।
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लिस्टिंग में आई गिरावट
जानकारी के लिए बता दें कम्पनी का शेयर मंगलवार के दिन बाजार में सूचीबद्ध हुआ है। इनमे इसके शेयर प्राइस इश्यू से 7 प्रतिशत की गिरावट आई। यानी शेयर का प्राइस बैंड 1,960 रूपए था जहाँ ये 1,931 रूपए पर लिस्ट हुआ जिस दौरान निवेशकों को काफी नुकसान हुआ।
लेकिन जब आईपीओ की लिस्टिंग हुई तो कंपनी उसी दिन भारत की पांचवी सबसे अधिक मूल्यवान वाहन कम्पनी बन। गई यह अपने बाजार पूंजीकरण के आधार पर बनी है।
देश में हुंडई का काफी बेहतर और तगड़ा ब्रांड है इसके वाहनों को लोग खूब पसंद करते हैं। आने वाले समय में इस सेक्टर में तेजी बढ़ेगी और निवेशकों को शानदार लाभ मिलेगा।
देश की पांचवी सबसे मूलयवान कंपनी
हुंडई के आईपीओ को निवेशकों से ठीक ठाक रिस्पोंस मिला है। आईपीओ में शेयर का प्राइस बैंड 1865-1960 रूपए निर्धारित किया गया था। यानी की निवेशक इस दाम पर ही शेयर के लिए बोली लगा रहे थे। आईपीओ के लास्ट दिन में 2.37 गुना बोली लगी।
शिवानी न्याती ने क्या कहा?
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड की संपति खंड की प्रमुख, सुश्री शिवानी न्याती का कहना है कि भले ही कंपनी के शेयर ने उम्मीद से ख़राब प्रदर्शन किया है जिस वजह से यह शेयर के सेट प्राइस से सस्ते बिक रहें हैं। परन्तु कम्पनी भविष्य में विस्तार करेगी और इसकी शेयर कीमत में इजाफा होगा। उन्होंने कम्पनी मजबूत प्रदर्शन को बताया है।
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ये था देश का सबसे बड़ा IPO
भारत के इतिहास में हुंडई मोटर लिमिटेड कम्पनी का आईपीओ सबसे बड़ा रहा है। इससे पहले भारत में एलआईसी का आईपीओ सबसे बड़ा था लेकिन अब यह दूसरे नंबर पर आ गया है। एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रूपए जुटाए गए हैं। लेकिन निवेशकों ने इसके आईपीओ में कुछ खास रूचि नहीं दिखाई।
बता दें क्यूआईबी कैटेगरी के लोगों ने इसमें करीबन 6.97 गुना बार बोली लगाई थी। वहीं 60 प्रतिशत गैर संस्थागत निवेशकों और 50 प्रतिशत कोटा रिटेल निवेशकों ने भरा था। यानी की इन्होंने कम सब्सक्रिप्शन किया है।