Bonus Share: शेयर मार्केट में लिस्टिंग कंपनियां EPS में विस्तार करने और प्रदत राशि को बढ़ाने के लिए बोनस शेयर जारी करती है। मार्केट में सूचीबद्ध सभी कंपनियां बोनस शेयर दे ऐसा जरुरी नहीं है यह कम्पनी अपनी इच्छा पर निर्भर करती है। इन बोनस शेयर के तहत कम्पनी अपने शेयर होल्डर्स को अतिरिक्त शेयर फ्री में बांटती है। जैसे कम्पनी एक शेयर पर एक अतिरिक्त बोनस शेयर दे सकती है या फिर तीन शेयर में एक शेयर अतिरित्क निवेशकों को दे सकती है। देश में ऐसी कई कंपनियां हैं जिन्होंने कई बार बोनस शेयर जारी किए हैं और निवेशकों को यह शेयर प्राप्त करके अच्छा मुनाफा प्राप्त हुआ है। आइए जानते हैं कंपनियों के बारे में……..
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इन कंपनियों ने दिया सबसे ज्यादा बोनस शेयर
आपको बता दें NSE में 500 से अधिक जितनी भी कंपनियां ने शेयर पर अपने शेयर धारकों को बोनस शेयर दिया है उनमे सबसे पहला नाम विप्रो कम्पनी का आता है। जिसने अभी तक अपने शेयर होल्डर्स को 13 बार बोनस शेयर प्रदान कर दिया है।
इस कंपनी के बाद जो दूसरा नाम आता है वह एलएंडटी का आता है इसने 10 बार बोनस शेयर जारी किए हैं। इसी के साथ 10 बार बोन्सा शेयर वाली कपनी संवर्धन मदरसन भी है। इसके अतिरिक्त 8 बार बोनस शेयर बजाज होल्डिंग, सुंदरम फाइनेंस, इंफोसिस, एक्साइड इंडस्ट्रीज कम्पनी ने जारी किए हैं।
कोलगेट, अबॉट इंडिया, बर्जर पेंट्स, सेंचुरी टेक्सटाइल, ब्लू स्टार, शिल्पा, आईओसी, एलजी इक्विपमेंट्स तथा आईटीसी ने 7.7 बार अपने शेयर धारकों को बोनस शेयर दिए हैं। 6 बार बोनस शेयर जारी करने वाली कंपनियों में टाटा केमिकल्स, सिएट, ब्रिटानिया तथा सीजी कंपनियों का नाम आता है।
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बोनस शेयर किसे कहते हैं?
बोनस शेयर को अतिरिक्त शेयर कहा जाता है जिसे कम्पनी अपने शेयर धारकों को प्रदान करती है। यानी की कम्पनी शेयर होल्डर्स को यह शेयर मुफ्त में देती है शेयर खरीदने के लिए आपको पैसे देने की जरुरत नहीं है। बोनस सहरे शेयर धारकों को एक निश्चित अनुपात में प्रदान किए जाते हैं इनकी संख्या कम्पनी निर्धारित करती है। कम्पनी अपने संचित राजस्व से बोनस शेयर जारी करती है। बोनस शेयर जारी करने का उद्देश्य ईपीएस में विस्तार और प्रदत राशि को बढ़ाना है। बोनस शेयर जारी होने से निवेशकों की हिस्सेदारी पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है अर्थात हिसेदारी कम नहीं होगी।