Indigo Block Deal: राकेश गंगवाल ने बेचे 2.3 करोड़ शेयर, 11,000 करोड़ रुपये की डील, स्टॉक में 3% की गिरावट

By Apoorva Sharma
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Indigo Block Deal: राकेश गंगवाल ने बेचे 2.3 करोड़ शेयर, 11,000 करोड़ रुपये की डील, स्टॉक में 3% की गिरावट

इंडिगो की पेरेंट कंपनी, इंटरग्लोब एविएशन, के सह-संस्थापक राकेश गंगवाल ने हाल ही में कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा बेच दिया है। उन्होंने लगभग 2.3 करोड़ शेयरों की बिक्री की, जिसकी कुल कीमत लगभग 11,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस बड़े लेनदेन के बाद, इंडिगो के शेयर बाजार में हलचल मच गई और इसके स्टॉक में लगभग 3% की गिरावट देखी गई।

ब्लॉक डील का प्रभाव

राकेश गंगवाल द्वारा की गई इस ब्लॉक डील ने बाजार में हलचल पैदा कर दी है। उनके द्वारा बेचे गए शेयरों की कीमत 4,760 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से आंकी गई है। यह डील बाजार में बड़ी मात्रा में शेयरों के हस्तांतरण के रूप में देखी जा रही है, जिसने निवेशकों को आश्चर्यचकित कर दिया है। गंगवाल, जो इंडिगो के सह-संस्थापक रहे हैं, पिछले कुछ समय से कंपनी में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे घटा रहे थे, और यह हालिया डील उसी क्रम में एक बड़ा कदम है।

शेयर बाजार में प्रतिक्रिया

इस ब्लॉक डील के बाद इंडिगो के शेयरों में तुरंत गिरावट आई। बाजार में स्टॉक की मांग और आपूर्ति के असंतुलन के कारण, कंपनी के स्टॉक में लगभग 3% की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इस गिरावट को कुछ विशेषज्ञों ने अस्थायी बताया है, क्योंकि ब्लॉक डील्स अक्सर बाजार में छोटी अवधि की अस्थिरता पैदा करती हैं।

गंगवाल का इंडिगो से धीरे-धीरे निकलना

राकेश गंगवाल का इंडिगो से धीरे-धीरे निकलने का यह कदम इंडस्ट्री में चर्चा का विषय बना हुआ है। पहले भी उन्होंने कई बार कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाई है, और इस बार की डील उनके इंडिगो से संभावित पूर्ण रूप से निकलने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। गंगवाल के इस फैसले के पीछे की वजहों को लेकर विभिन्न अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन उन्होंने इस पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।

भविष्य की संभावनाएं

इंडिगो की इस बड़ी ब्लॉक डील ने निवेशकों के बीच कई सवाल खड़े किए हैं। जहां एक ओर कुछ निवेशक इसे कंपनी के भविष्य के लिए नकारात्मक संकेत मान रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ विशेषज्ञ इसे सिर्फ एक वित्तीय निर्णय के रूप में देख रहे हैं जो गंगवाल की व्यक्तिगत वित्तीय रणनीतियों से जुड़ा हो सकता है।

आने वाले दिनों में, यह देखना दिलचस्प होगा कि इंडिगो के शेयर बाजार में इस ब्लॉक डील का दीर्घकालिक प्रभाव कैसा रहेगा। साथ ही, गंगवाल के इंडिगो से पूरी तरह निकलने के संकेतों पर भी नजरें टिकी रहेंगी, जो कंपनी के प्रबंधन और दिशा को प्रभावित कर सकता है।

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